घर घर जाकर की का रही है ई.केवाईसी, राशन के गेहू लिए अब 30 जून तक करानी होगी ई केवाइसी

0

कुशायता 07 जून (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल) क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुशायता बिसुदनी ,बनेडिया,मोटालाव, उमेदपुरा उदय सागर किशनपुरा सुरजपुरा, गोरधा, पिपलाज सदारा आमली, कीडवा का झौपडा ,सोकिया का खेडा, चिकलिया,मेहरूकला सदारी सहित आप पास के सभी गांवो के राशन डीलर गांवो मे जाकर केवाईसी की जा रही है।

30 जून तक होगी केवाईसी: राशन डीलर कुशायता घीसा लाल बैरवा ,बिसून्दनी राशन डीलर मूलचंद जैन ,ग्राम पंचायत गोरधा मुख्यालय के राशन डीलर नोरत मल जैन ने बताया की राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत मिलने वाले निशुल्क गेहूं प्राप्त करने के लिए अब पत्र उपभोक्ताओं को आवश्यक रूप से 30 जून तक ई केवाईसी करनी होगी ।

आधार कार्ड की होगी जरूरत: केवाईसी के लिए उपभोक्ताओं को अपना आधार कार्ड आवश्यक रूप से साथ ले जाना होगा । राशन डीलर घीसा लाल बैरवा ने बताया कि राशन डीलर द्वारा अपनी पोस्ट मशीन पर उपभोक्ताओं का अंगूठा लगाकर केवाईसी करनी होगी यदि कोई सदस्य बाहर है तो राज्य में किसी भी डीलर के पास जाकर अपना आधार कार्ड ले जाकर ई केवाईसी कर सकते हैं।

बैरवा ने बताया की सभी ऐसे लाभार्थी जो खाद्य सुरक्षा में चयनित है जिन्हें राशन गेहूं मिल रहा है उन परिवारों के प्रत्येक सदस्य की केवाईसी करना अनिवार्य है।

केवाईसी के लिए सदस्य मौजूद होना आवश्यक है। एक एक सदस्य अगुठा लगाकर केवाईसी होना है। यदि परिवार के चार सदस्य है तो चारों का अलग-अलग केवाईसी होगी । कोई सदस्य या मौजूद नहीं है तो जितने सदस्य मौजूद है उनकी केवाईसी पूर्ण की जाएगी तो नही वो सदस्य राजस्थान के किसी भी राशन डीलर के पास जाकर अपने राशन कार्ड का नंबर आधार कार्ड नंबर की जानकारी देकर केवाईसी कर सकता है। केवाईसी केवल आधार कार्ड से ही होगी या किसी प्रकार की ओटीपीकी सुविधा नहीं है। जिन सदस्यों के बाल आधार बनी हुई है वेश्या अपने आधार अपडेट करवाने के बाद ही केवाईसी करवानी होगी

ई केवाइसी नही तो गेहू नही मिलेगा

इ केवाईसी नहीं होने पर अगली मन से गेहूं का लाभ से वंचित हो जाएंगे यह केवाईसी में अंगूठा नहीं लगने पर आइरिश स्केनर से करना होगा । घर बैठे कोई भी व्यक्ति ओटीपी या किसी अन्य उपक्रम के माध्यम से ई केवाईसी नहीं करवा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

You cannot copy content of this page