बाल विवाह को रोकने में अधिवक्ताओं का सहयोग जरुरी-महेन्द्र ढाबी

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अजमेर 09 मई (केकड़ी पत्रिका न्यूज़ पोर्टल/मनोज आहूजा )विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव के पद पर महेन्द्र ढाबी अपर जिला न्यायाधीश द्वारा पदभार ग्रहण करने के बाद गुरुवार को सेशन कोर्ट अजमेर के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह रावत व अखिल भारतीय संयुक्त अधिवक्ता मंच के अजमेर संभागीय अध्यक्ष एडवोकेट डॉ.मनोज आहूजा के नेतृत्व में अभिनन्दन समारोह का आयोजन किया गया।

इन्होंने कहा कि: इस मौके पर अधिवक्ता रावत ने कहा कि न्यायाधीश ढाबी न्यायप्रिय जज होने के साथ साथ प्रेक्टिकल एप्रोच रखने वाले जज हैं जो पूर्व में अजमेर में दो पदों पर कार्य कर चुके हैं उनकी कार्यकुशलता की सभी अधिवक्ता साथियों द्वारा तारीफ की जाती है।

एडवोकेट मनोज आहूजा ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से वेकल्पिक न्याय व्यवस्था अपनाई जाती है जो काफी कारगर सिद्ध हो रही है उन्होंने कहा कि इस कार्यालय के माध्यम से निर्धन लोगों की निशुल्क पैरवी के साथ साथ विधिक साक्षरता कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं।

इस पद पर रामपाल जाट जज साहब ने बेहतरीन कार्य करके इस कार्यालय के प्रति लोगों में सकारात्मक धारणा को बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है और अब इसी कार्य प्रणाली को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी अपर जिला न्यायाधीश महेन्द्र ढाबी को मिली है जो निश्चित तौर पर अपनी जिम्मेदारी का बेहतरीन ढंग से निर्वहन करेंगे।

इस मौके पर जिला जज महेन्द्र ढाबी ने कहा कि राजस्थान उच्च न्यायालय ने जो जिम्मेदारी दी है उस जिम्मेदारी को अधिवक्ता साथियों के सानिध्य में अच्छे से निर्वहन करने का प्रयास करेंगे।उन्होंने कहा कि राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्देश से बाल विवाह रोकथाम के सम्बन्ध में दिशा निर्देश जारी किये गए हैं जिसकी पालना में वो कार्य कर रहे हैं।।बाल विवाह एक समाजिक बुराई है तथा कानूनी अपराध भी है ।

इसके लिए किसी भी व्यक्ति को परिवाद करने की आवश्यकता भी नहीं है राजस्थान पुलिस भी बिना किसी की रिपोर्ट के आधार पर केस दर्ज कर कार्य कर सकती है।

इस मौके पर अशोक सिंह रावत,मनोज आहूजा महेन्द्र सिंह रावत,राजेश भाटी,महेन्द्र चौधरी इमरान खान,भानू प्रताप सिंह शक्तावत,एडवोकेट खींया सिंह रावत, एडवोकेट राहुल,अजय सिंह राठौड़ सहित अधिवक्ता मौजूद रहे।

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