सेवानिवृत्त शिक्षक सम्मान” समारोह का हुआ आयोजन, केकड़ी एवं सावर ब्लॉक के 34 शिक्षकों का किया सम्मान
केकड़ी 14 अप्रैल (केकड़ी पत्रिका न्यूज़ पोर्टल ) राजस्थान शिक्षक संघ(राष्ट्रीय ) उप शाखा केकड़ी एवं सावर के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय केकड़ी के विवेकानन्द रंगमंच पर राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेशाध्यक्ष रमेश चन्द पुष्करणा मुख्य आतिथ्य में “सेवानिवृत्त शिक्षक सम्मान ” समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा माँ शारदे और डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्वलित कर किया।इस मौके पर केकड़ी उपशाखा अध्यक्ष नवलकिशोर जांगिड़ ने कार्यक्रम का परिचय देते हुए स्वागत उद्बोधन दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस समारोह में 01 जुलाई 2023 से 30 जून 2024 तक सेवानिवृत्त होने वाले केकड़ी एवं सावर ब्लॉक के 34 शिक्षकों का सम्मान किया गया । सम्मान के क्रम में शिक्षकों को तिलक लगाकर, स्मृति चिह्न व श्रीफल भेंट कर एवं दुप्पटा ओढ़ाकर सम्मान किया गया। समारोह में विद्या भारती चित्तौड़ प्रान्त के पूर्व प्रान्त सचिव किशन गोपाल कुमावत मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे और कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय सेना से सेवानिवृत्त कर्नल दुर्गा लाल रेगर ने की।
शिक्षक कल्याण बोर्ड के गठन करने की मांग :
प्रदेशाध्यक्ष रमेश चन्द पुष्करणा ने अपने उद्बोधन में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए संगठन की ओर से किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने सरकार से संगठन को मान्यता प्रदान करने और शिक्षक कल्याण बोर्ड के गठन करने की मांग की।
मतदान करने की अपील :
मुख्य वक्ता किशन गोपाल कुमावत ने कहा कि शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नही होता, वह जहां भी रहेंगे समाज को नई दिशा प्रदान करते है। उन्होंने घनानन्द और चन्द्रगुप्त की कहानी बताते हुए आगामी 26 अप्रेल को राष्ट्रहित में अधिक से अधिक मतदान करने की अपील की।
कार्यक्रम में ये थे मौजूद
इस मौके पर मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी विष्णु शर्मा, जयनारायण गुप्ता, बिहारीदान चारण, सभाध्यक्ष गोपाल रेगर, उषा जोशी, भागचन्द लखारा, ऋषिराज सोनी, मदनमोहन परेवा, प्रदीप जैन, रामसहाय मीणा, परमानन्द पारीक, पुष्पलता पंचोली, मंजू जीनगर, सुमित्रा पारीक, बद्रीलाल झारोटिया, गोविन्दराम छीपा, अशोक कुमार लौहार, कालूराम मीणा, परमानन्द पारीक, कैलाश चन्द मीणा, शांति देवी सामन्त, जगदीश लाल गुर्जर, बनवारीलाल बैरवा व दिनेश कुमार वैष्णव सहित क्षेत्र के सैंकड़ो शिक्षक मौजूद रहे।