साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल है बान्दनवाड़ा क़स्बा-डॉ.मनोज आहूजा
रमजान का महीना मोहब्बत और भाईचारे का सन्देश देता है-मौलाना मोहम्मद अख्तर रजा
बांदनवाड़ा 18 मार्च (केकड़ी पत्रिका न्यूज़ पोर्टल/डॉ.मनोज आहूजा )कस्बे में सोमवार को रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया जिसमें मौजूद लोगों ने इफ्तार से पूर्व अमन चैन के लिए दुआएं मांगी।कार्यक्रम में गंगा जमुनी तहजीब देखने को मिली।युवा समाजसेवी जाकिर हुसैन ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया है।
सोमवार को इफ्तार पार्टी के दौरान एडवोकेट डॉ.मनोज आहूजा व दीपक सैन ने छठे रोजे के अवसर पर जामा मस्जिद मे पहुंचकर रोजेदारों के रोजे खुलवाए।इस मोके पर मुस्लिम समाज के सदर बुंदु लोहार,पूर्व सदर अब्दुल समद लोहार,हिम्मत अली व बाबुद्दीन ने एडवोकेट डॉ.मनोज आहूजा व दीपक सैन की दस्तार बंदी करते हुए साफा व माला पहनाकर अभिनन्दन किया।
इस मौके पर सदर बुंदु लौहार ने कहा कि रमजान के पवित्र महीने मे हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी रोजेदारों के रोजे खुलवाने के लिए हिन्दू भाइयों ने मस्जिद मे पहुंचकर साम्प्रदायिक सौहार्द का उदाहरण पेश किया है।पूर्व सदर अब्दुल समद लौहार ने कहा कि रोजा इफ्तार से आपसी मोहब्बत और भाईचारे का माहौल बनता है।
इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर होते रहने चाहिए।रोजा इफ्तार उन लोगों के लिए है जो ईमानदारी पूर्वक रोजा रखते हुए उसका एहतमाम करते हैं।इस दौरान सदर बुंदु लोहार,पूर्व सदर अब्दुल समद लोहार, इकरामुद्दीन काजी,शब्बीर मोहम्मद,एडवोकेट निसार मोहम्मद,रशीद मोहम्मद,युसफ अली,इकरामुद्दीन लौहार,सलाम लौहार,चाँद मोहम्मद,सल्लू बिसायती, जुम्मा तेली,अरबाज खान,टीपू सुल्तान बाबुद्दीन लोहार,शिक्षक सद्दीक सहित मुस्लिम समाज के धर्मवलंबी मौजूद रहे।
इस मोके पर एडवोकेट डॉ.मनोज आहूजा ने कहा कि क़स्बा साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल है जिससे देशवासियों को सबक लेना चाहिए।वहीं इस मोके पर जामा मस्जिद में दो साल की बालिका तमकिनत पुत्री शहादत बैग सहित मिरान कुरैशी ने पहली बार रोजा रखा जिनकी आस्था व श्रद्धा भावना को देखकर सबको आश्चर्य हुआ और उपस्थित रोजेदारों ने उनको आशीर्वाद देकर शुभकामनायें दी।