छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन योजनाओं का विद्यार्थियों को मिले समुचित लाभ शिक्षा विभाग की जिला निष्पादन समिति की बैठक में जिला कलक्टर ने दिये निर्देश सीबीईओ और पीईओ की नियमित रूप से हो प्रभावी मॉनिटरिंग

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श्रीगंगानगर, 12 मार्च(केकड़ी पत्रिका न्यूज़ पोर्टल) जिला कलक्टर श्री लोकबंधु की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाहॉल में शिक्षा विभाग की जिला निष्पादन समिति की बैठक हुई। इस दौरान जिला कलक्टर ने राजकीय विद्यालयों में एनीमिया मुक्त राजस्थान के तहत आईएफए पिंक एवं ब्लू टेबलेट के वितरण की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन योजना का समुचित लाभ विद्यार्थियों को मिलना चाहिए। 

बैठक में समग्र शिक्षा के निर्माण कार्य प्रगति की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि न्यायालय में विचाराधीन प्रकरणों की प्रभावी पैरवी होनी चाहिए। प्रगतिरत कार्यों को जल्द पूर्ण करने के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने पीएमश्री विद्यालयों को देय ग्रांट और कार्य प्रगति की समीक्षा की। आरकेएसएमबीके के अंतर्गत एसए-2 के परिणाम की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि विभागीय अधिकारी आवंटित लक्ष्यों को पूर्ण करें। एसए-3 से पहले जिन दक्षताओं में विद्यार्थी कमजोर हैं, उनमें गुणवत्तापूर्ण सुधार किया जाये। सुधार के लिये नियमित मॉनिटरिंग की जाये। राज्य सरकार के 100 दिवसीय कार्य योजना में अब तक की प्रगति पर चर्चा करते हुए उन्होंने आवश्यक कार्यवाही के लिये सीबीईओ को निर्देशित किया। 

संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों को जल्द निस्तारित करने के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि जिला रैंकिंग में सुधार के लिये जिला और उपखण्ड स्तर के अधिकारी प्रभावी कार्य योजना बनाकर कार्यवाही करें। सप्ताह में दो बार पीईओ का रिव्यू सीबीईओ और सीबीईओ का रिव्यू जिला स्तरीय अधिकारी करें। मिड-डे-मिल एवं बाल गोपाल दुग्ध योजना की समीक्षा करते हुए जनाधार एवं आधार सीडिंग में कमजोर प्रगति वाले ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि एनीमिया मुक्त राजस्थान के तहत आईएफए पिंक एवं ब्लू टेबलेट का वितरण प्रत्येक तक विद्यार्थी होना चाहिए। विद्यार्थियों को इसका महत्व बताते हुए उक्त दवा खाने के लिये प्रेरित भी करें ताकि उनका स्वास्थ्य सुधरे और शैक्षणिक गतिविधियों में उनकी रूचि बढ़ सके। 

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के माध्यम से विद्यार्थियों की नियमित स्वास्थ्य जांच की आवश्यकता जताते हुए उन्होंने कहा कि सीबीईओ और स्वास्थ्य विभाग के उपखण्ड अधिकारी इसकी मॉनिटरिंग करें। विद्यार्थी स्वास्थ्य जांच से वंचित नहीं रहने चाहिए। प्रवेश उत्सव से पूर्व सर्वे की प्रभावी कार्य योजना बनाने के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि कोई भी बच्चा विद्यालय में प्रवेश से वंचित नहीं रहे। सघन मॉनिटरिंग और संबंधित विभागों के समन्वय से ड्रॉप आउट बच्चों के साथ-साथ ईंट भट्टा श्रमिकों के बच्चों को भी शिक्षा से जोड़ा जाये। खेल मैदान समतलीकरण सहित अन्य कार्य वार्षिक कार्य योजना में शामिल करने के लिये सीबीईओ को निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत इर्न्टनशिप कर रहे अभ्यर्थियों का उपयोग शैक्षणिक कार्यों में सुनिश्चित करें। 

इस अवसर पर सीडीईओ श्री पन्नालाल कड़ेला, श्री गिरजेश कांत शर्मा, श्री अमरजीत सिंह लहर, श्री अरविन्दर सिंह, डॉ. मुकेश मेहता, पीएचईडी के श्री बलविन्द्र सिंह सहित अन्य मौजूद रहे। 

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