शिक्षा सचिव ने जारी किया आरकेएसएमबीके आकलन 2 का परिणाम
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जयपुर,27 फरवरी(केकड़ी पत्रिका न्यूज़ पोर्टल) स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन ने मंगलवार को आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में आरकेएसएमबीके आकलन 2 का परिणाम शिक्षक एप पर लाइव जारी किया।
श्री जैन ने बताया कि राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम (आरकेएसएमबीके) के अन्तर्गत आकलन 2 का आयोजन 6 व 7 फरवरी को किया गया था। आकलन 2 का परिणाम अभिभावक शाला दर्पण के शाला संवाद मॉड्यूल के माध्यम से देख एवं डाउनलोड कर सकते हैं। ब्लॉक, जिला व संभाग स्तर के अधिकारी भी शाला दर्पण लॉगिन पर उपलब्ध रिपोर्ट के आधार पर त्वरित मॉनिटरिंग कर सकेंगे।
इस दौरान आरकेएसएमबीके आकलन 2 के परीक्षा परिणाम पर चर्चा करते हुए श्री जैन ने कहा कि एआई आधारित तकनीक के माध्यम से विभाग में कक्षा 3 से 8 तक के बच्चों की अंग्रेजी, हिन्दी व गणित के विभिन्न स्किल्स पर प्रदर्शन शिक्षक ऐप पर उपलब्ध कराया गया है। इसमें समग्र योग्यता-वार प्रदर्शन, छात्र समूह की सिफारिशें, मुख्य दक्षताओं के लिए ‘कैसे पढ़ाएं’ वीडियो और वर्कशीट सहित शिक्षण योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने विद्यालय स्तर पर टीचर अंगेजमेंट तथा पेरेन्ट अंगेजमेंट को ओर बढ़ाने के निर्देश दिए।
विभाग ने एआई तकनीक से 5 लाख ओसीआर शीट्स का विश्लेषण कर विस्तृत डेटा शिक्षक एप तथा सभी जिला व ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को शाला दर्पण लॉगिन पर उपलब्ध करवाया है। विभाग में कक्षा 3 से 8 तक पढ़ाने वाले शिक्षकों का यह दायित्व है कि वे इस डेटा से उनके द्वारा पढ़ाए जाने वाले विषय के अन्तर्गत विभिन्न दक्षताओं में ग्रेड से पिछड़ रहे बच्चों के दक्षता विशेष को बढ़ाने के प्रयासों पर फोकस करें। प्रत्येक शिक्षक द्वारा बच्चों की क्षमता संर्वधन हेतु नियमित प्रयास किए जाएं। साथ ही शिक्षकों का यह दायित्व है कि वे अभिभावकों को बच्चों का रिपोर्ट कार्ड फोन पर देखने व डाउनलोड करने की प्रक्रिया से परिचित करवाएं।
उन्होंने कहा कि आकलन 2 का परिणाम प्रत्येक बच्चे की डायरी में नोट किया जाए तथा माता-पिता के हस्ताक्षर आवश्यक रूप से करवाए जाएं। विद्यार्थियों की डायरी तथा हॉलिस्टिक रिपोर्ट कार्ड में नियमित प्रविष्ठि एक अभियान चलाकर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा या आरकेएसएमबीके कार्यक्रम राज्य के सभी विद्यालयों की कार्य प्रणाली का हिस्सा बनना चाहिए। इसके लिए विभाग में कार्यरत प्रत्येक शिक्षक, कार्मिक व अधिकारी का उत्तरदायित्व निर्धारित कर उसकी सतत मॉनिटरिंग की जाए।
वीसी में राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त श्री अविचल चतुर्वेदी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्री आशीष मोदी सहित निदेशालय व समग्र शिक्षा के अधिकारी, संभाग, जिला, ब्लॉक, पीईईओ स्तर के अधिकारी, बीसीजी तथा आरईआई पार्टनर्स उपस्थित रहे।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सकारात्मक माहौल बनाएं —
स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए सकारात्मक माहौल बनाने में शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित होकर कार्य करें।
इस अवसर पर श्री जैन ने कहा कि शिक्षा विभाग तथा समग्र शिक्षा द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए उपलब्ध करवाई जा रही वर्कबुक, क्वेश्चन बैंक, विद्यार्थियों के लिए डायरी, हॉलिस्टिक रिपोर्ट कार्ड का नियमित व समयबद्व कार्यक्रम के अनुरूप उपयोग सुनिश्चित किया जाए।
शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक, कार्मिक सभी निर्धारित योग्यताओं से युक्त हैं। शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों की क्षमताओं में अभिवृद्वि की जानी आवश्यक है। इन सभी के द्वारा वर्क कल्चर को बदलने की आवश्यकता है।
आकलन 2 के परिणाम जारी करने के दौरान श्री जैन ने कहा कि पीईईओ स्तर के अधिकारी अपने परिक्षेत्र में आने वाले समस्त शिक्षकों की बैठक लें तथा आकलन 2 के परिणाम का विश्लेषण कर आगामी योजना बनाकर कार्य करें। इसी प्रकार मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ब्लॉक के समस्त पीईईओ की बैठक लेकर तथा आकलन 2 के परिणाम का विश्लेषण कर विद्यार्थियों के क्षमता संवर्धन के लिए किए जा रहे प्रयासों की मॉनिटरिंग करें।
ब्लॉक व जिला निष्पादन समिति की बैठक में परीक्षा परिणाम की समीक्षा कर आगामी कार्य योजना के लिए सभी का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाए। इस अवसर पर शासन सचिव ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी तथा संयुक्त निदेशक कार्यालय में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों का कार्य देख रहे अधिकारियों को आरकेएसएमबीके कार्यक्रम की सतत मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। जिले के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को विशेषतया इस कार्यक्रम का प्रभारी नियुक्त करने के निर्देश दिए।
वीसी में निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्री आशीष मोदी ने कहा कि शिक्षा के परिदृश्य को बदलने के लिए विभाग के समस्त अधिकारी/कार्मिक अपनी आनुपतिक जिम्मेदारी लें। राजस्थान का शैक्षिक परिदृश्य बदल रहा है। विभाग द्वारा बहुत सूक्ष्म स्तर पर विद्यार्थियों की विषयगत क्षमताओं पर कार्य किया जाकर डेटा उपलब्ध करवाया जा रहा है। अब शिक्षकों का यह दायित्व है कि वे विद्यार्थियों की विषयगत कमजोरियों पर फोकस कर उनका निदान करें। हमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों में अभिभावकों का जुड़ाव सुनिश्चित करना होगा। आगामी पीटीएम में 90 प्रतिशत से अधिक अभिभावक उपस्थित हों इस प्रकार के प्रयास विद्यालय स्तर पर किए जाए।
वीसी में राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त श्री अविचल चतुर्वेदी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्री आशीष मोदी तथा अन्य निदेशालय व समग्र शिक्षा के अधिकारी व संभाग, जिला, ब्लॉक, पीईईओ स्तर के अधिकारी, बीसीजी व आरईआई पार्टनर्स उपस्थित रहे।