23 फरवरी से 27 फरवरी तक जिला स्तरीय अमृता हाट का होगा आयोजन
अमृता हाट में मिलेंगे विभिन्न जिलों के स्वयं सहायता समूहों के श्रेष्ठ उत्पाद महिला दिवस पर जिले की बच्चियां बनेगी एक दिन की प्रिंसिपल।
जिला स्तरीय महिला समाधान समिति व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जिला स्तरीय टास्क फोर्स बैठक का हुआ आयोजन
भीलवाड़ा, 12 फरवरी(केकड़ी पत्रिका न्यूज़ पोर्टल) जिला स्तरीय अमृता हाट, जिला स्तरीय महिला समाधान समिति व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जिला स्तरीय टास्क फोर्स बैठक का आयोजन जिला कलक्टर श्री नमित मेहता की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया।
बैठक में अमृता हाट मेले के आयोजन, महिला सलाह एवं सुरक्षा केंद्रों द्वारा की जा रही गतिविधियों की समीक्षा, इंदिरा महिला शक्ति केंद्र, सखी वन स्टॉप सेंटर, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अन्तर्गत लैंगिक हिंसा जागरूकता कार्यक्रम, स्वस्थ नारी पहचान हमारी आदि कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।
बैठक में उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग श्री नागेन्द्र तोलंबिया ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला स्तरीय अमृता हाट मेले का आयोजन 23 फरवरी से 27 फरवरी के बीच किया जाना प्रस्तावित हैं। मेले के आयोजन को लेकर जिला कलक्टर श्री मेहता ने निर्देश दिए कि मेले में विभिन्न जिलों के स्वयं सहायता समूह के श्रेष्ठ उत्पाद आम लोगों के लिए उपलब्ध करवाया जाए, साथ ही शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। मेले में आमजन के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी एवं रजिस्ट्रेशन हेतु अलग से काउंटर भी लगाए जाए।
जिला स्तरीय महिला समाधान समिति, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ टास्क फोर्स की बैठक में जिले के विभिन्न महिला सलाह एवं सुरक्षा केंद्र द्वारा घरेलू हिंसा, बाल विवाह, दहेज, प्रताड़ना, छेड़कानी एवं अन्य प्रकरणों में किए जा रहें काउंसलिंग, आपसी समझौतों, पीड़ित को कानूनी सलाह आदि कार्यों की समीक्षा जिला कलक्टर श्री मेहता द्वारा की गई। जिला कलक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक श्री तोलंबिया को निर्देश दिए की इन केंद्रों के माध्यम से स्कूलों, आंगनवाड़ियों, वार्डो और पंचायतों में महिलाओं और बच्चियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता के लिए कार्यक्रम चलाए जाए।
साथ ही जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि जिले में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत बच्चों के लिए पब्लिक स्पीकिंग और करियर काउंसलिंग सेशंस आयोजित किया जाए। साथ ही महिला दिवस पर बच्चियों को एक दिन के लिए स्कूलों में प्रिंसिपल बनाया जाए और विभिन्न संस्थानों, थानों, अस्पतालों आदि का विजिट करा व्यवहारिक अनुभव दिया जाए।
बैठक के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर श्रीमती वंदना खोरवाल, सीएमएचओ डॉ मुश्ताक खान, एडीपीसी समसा श्री योगेश पारीक विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहें।