आरपीएससीः- आयोग द्वारा की जा रही दस्तावेज जांच में पकड़ी गई फर्जी अभ्यर्थी की जालसाजी
जयपुर, 6 फरवरी(केकड़ी पत्रिका न्यूज़ पोर्टल) राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा की जा रही अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच के दौरान मूल अभ्यर्थी के स्थान पर डमी अभ्यर्थी द्वारा परीक्षा देने का एक और मामला सामने आया है। आयोग द्वारा मंगलवार को डमी अभ्यर्थी को पुलिस के सुपुर्द करते हुए मूल अभ्यर्थी व अन्य संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध पुलिस थाना, सिविल लाइंस अजमेर में प्रकरण दर्ज करवाया गया है।
आयोग द्वारा इससे पूर्व भी ऐसे 10 प्रकरणों को उजागर कर आरोपियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाई जा चुकी हैं।
आयोग सचिव ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा 2022 के सामान्य ज्ञान एवं शैक्षणिक मनोविज्ञान की परीक्षा 22 दिसम्बर, 2022 को प्रात: एवं हिन्दी विषय की परीक्षा उसी दिन अपरान्ह् आयोजित की गई थी। इसमें रोल नम्बर 1901148 का अभ्यर्थी हनुमाना राम पुत्र श्री पाबूराम जन्म तिथि 05.06.1983 को आयोग द्वारा उदयपुर शहर में परीक्षा केन्द्र अरावली टीचर्स ट्रेनिंग काॅलेज, पटवार ट्रेनिंग सेन्टर की पीछे, पेसिफिक डेन्टल काॅलेज के सामने, एयरपोर्ट रोड़, देबारी, उदयपुर आवंटित किया गया था।
आयोग द्वारा रिकाॅर्ड की जांच करने के दौरान ज्ञात हुआ कि उक्त परीक्षा में मूल अभ्यर्थी हनुमाना राम पुत्र पाबूराम निवासी ग्राम पादरड़ी, पोस्ट सिवाडा, तहसील चितलवाना जिला सांचैर के स्थान पर भागीरथ पुत्र श्री हापूराम, निवासी मु.पो चितलवाना तहसील चितलवाना जिला सांचौर द्वारा यह दोनों परीक्षाऐं दी गई थी।
आयोग के रिकाॅर्ड की जाँच में यह भी सामने आया कि परीक्षा दिनांक 22.12.2022 के दौरान अभ्यर्थी द्वारा प्रस्तुत उपस्थिति पत्रक पर मूल अभ्यर्थी हनुमाना राम ने प्रवेश पत्र में छेड़छाड़ कर अन्य व्यक्ति भागीरथ की फोटो जनरेट की एवम भागीरथ की ही फ़ोटो चस्पा कर भागीरथ के द्वारा परीक्षा दिलवाई है।
भागीरथ स्वयं प्राध्यापक (स्कूल शिक्षा विभाग) हिन्दी 2022 की परीक्षा का अभ्यर्थी है, उसे दस्तावेज सत्यापन हेतु 06 फरवरी, 2024 को आयोग कार्यालय में बुलवाया गया था। इसी सत्यापन के दौरान यह खुलासा हुआ कि उसके द्वारा वरिष्ठ अध्यापक(माध्यमिक शिक्षा विभाग) परीक्षा 2022 में डमी अभ्यर्थी के रूप में हनुमाना राम के स्थान पर परीक्षा देने का कृत्य किया गया है।
प्रकरण में अनुसंधान तथा कार्यवाही हेतु आयोग द्वारा भागीरथ तथा षड्यंत्र पूर्वक आयोग के विरूद्ध किये गए इस अपराध में संलिप्त हनुमाना राम व अज्ञात अन्य के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई गई है।