अतिरिक्त मुख्य सचिव ने की मौसमी बीमारियों की समीक्षा—केसों में निरंतर आ रही गिरावट, अधिक प्रभावित जिलों में प्रभावी मॉनिटरिंग और सतर्कता बरतने के निर्देश
जयपुर, 17 नवम्बर(केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने गुरूवार को शासन सचिवालय स्थित अपने कक्ष में मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया, स्क्रब टायफस आदि मौसमी बीमारियों के केसों में विगत दिनों में निरंतर गिरावट पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि केसों में कमी आने के बावजूद मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु प्रबंधन और सतर्कता में कोई कमी नहीं रहे।
श्रीमती सिंह ने मौसमी बीमारियों की जिलेवार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान बताया गया कि प्रत्येक जिले में मौसमी बीमारियों यथा मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया एवं स्क्रब टायफस के केसों में कमी आई हैं। इन बीमारियों से अधिक प्रभावित जिले जयपुर, अलवर, कोटा, उदयपुर में भी केसों में कमी आई है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि जिन जिलों में पॉजिटिव केस ज्यादा आए थे, उन जिलों में अभी भी सतर्कता अधिक बरती जाए। सभी जिलों में मौसमी बीमारियों के केसों की स्थिति की राज्य स्तर से नियमित प्रभावी मॉनीटरिंग सुनिश्चित हो। अधिक प्रभावित जिलों में संसाधनों में वृद्धि हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाए।
उन्होंने इन जिलों से संबंधित संयुक्त निदेशक, जोन को प्रभावित क्षेत्रों में रहने के निर्देश भी दिये। श्रीमती सिंह ने कहा कि स्क्रब टायफस के नियंत्रण हेतु प्रभावित जिलों में पशुपालन विभाग से सहयोग प्राप्त करते हुये नियमित रूप से स्प्रे करवाया जाए। इसके लिए पशुपालन विभाग के सचिव को आवश्यक सहयोग हेतु पत्र लिखे जाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के माध्यम से सोर्स रिडक्शन, एन्टीलार्वल, एन्टी एडल्ट तथा आईईसी गतिविधियां निरंतर संचालित की जाए। साथ ही, अस्पतालों में जांच एवं उपचार भी सभी सुविधाएं सुगमता से सुलभ हों। अधिक प्रभावित क्षेत्रों मंे विशेष निगरानी रखते हुये यह गतिविधियां प्राथमिकता से सम्पादित की जायें। बैठक में निदेशक (जन स्वास्थ्य) श्री रवि प्रकाश माथुर एवं अति. निदेशक (ग्रामीण स्वास्थ्य) श्री आरपी शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।