22 March 2025

राजस्थान विधानसभा आम चुनाव-2023 प्रदेशभर में आज से ईवीएम मशीनों की कमिशनिंग-पहली बार टीवी मॉनिटर के माध्यम से अभ्यर्थी वीवीपैट में सिंबल लोडिंग की प्रक्रिया को देख सकेंगे,

0

जयपुर/केकड़ी, 15 नवम्बर(केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल) भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों की पालना में विधानसभा आम चुनाव 2023 के लिए एम-3 ईवीएम बीयू, सीयू एवं वीवीपीएटी का द्वितीय रेंडमाइजेशन मंगलवार को किया गया। बुधवार से अभ्यर्थियों या उनके प्रतिनिधियों की मौजूदगी में प्रदेश भर में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन एवं वीवीपीएटी की कमिश्निंग का कार्य आरंभ होगा, इस दौरान टीवी मॉनिटर के माध्यम से अभ्यर्थी या उनके प्रतिनिधि सिंबल लोडिंग की प्रकिया को देख सकेंगे। विधानसभा आम चुनाव 2023 में पहली बार अभ्यर्थी या उनके प्रतिनिधी को ये सुविधा मिल रही है।मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री प्रवीण गुप्ता ने बताया कि एम-3 ईवीएम बीयू, सीयू एवं वीवी पेट का द्वितीय रेंडमाइजेशन मंगलवार को चुनाव पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि एवं प्रत्याशी भी मौजूद रहे। मतदान से पहले ईएमएस सॉफ्टवेयर का उपयोग कर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपीएटी को दो बार रेंडमाइज़ किया जाता है। पहला रेंडमाइजेशन 2-3 नवम्बर को किया गया था। अब दूसरी बार मतदान केंद्र आवंटन के लिए मंगलवार को रेंडमाइज़ेशन किया गया।श्री गुप्ता ने बताया कि 25 नवम्बर को होने वाले मतदान के लिए लगभग 2 लाख ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। मतदान के लिए प्रयोग में लाने से पहले ईएमएस (EMS) सॉफ्टवेयर का उपयोग कर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपीएटी को दो बार रेंडमाइज किया जाता है।

प्रथम बार इन्हें विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आबंटित किए जाने के दौरान और द्वितीय बार इन्हें मतदान केंद्र आबंटित किए जाने के दौरान रेंडमाइज किया जाता है। रेंडमाइजेशन और कमिश्निंग की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों तथा निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया जाता है। दोनों रेंडमाइजेशन के बाद ईवीएम एवं वीवीपीएटी की रेंडमाइज्ड सूची मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों व निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों को प्रदान की जाती है।निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची को अंतिम रूप देने के बाद ईवीएम एवं वीवीपीएटी की कमिश्निंग की जाती है। निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों या उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति में यह काम किया जाता है। कमिश्निंग हॉल में लगाए गए टीवी मॉनिटर के माध्यम से अभ्यर्थी या उनके अभिकर्ता वीवीपीएटी में सिंबल (चुनाव चिन्ह) लोडिंग की प्रक्रिया को देख सकेंगे। कमिश्निंग के बाद प्रत्येक ईवीएम और वीवीपीएटी में नोटा (NOTA) सहित प्रत्येक उम्मीदवार के लिए एक वोट देकर मॉक पोल किया जाता है। इसके अतिरिक्त रेंडम रूप से चुने गए पांच प्रतिशत ईवीएम एवं वीवीपीएटी पर 1000 वोट डालकर मॉक पोल किया जाता है। इनके इलेक्ट्रॉनिक परिणाम का मिलान भी वीवीपीएटी के पेपर स्लिप से किया जाता है।मतदान के दिन वास्तविक मतदान शुरू होने के 90 मिनट पहले मतदान अभिकर्ताओं की उपस्थिति में मॉक पोल किया जाता है। इस दौरान नोटा सहित प्रत्येक अभ्यर्थी के लिए एक वोट डालकर कम से कम 50 वोट के साथ मॉक पोल किया जाता है। कंट्रोल यूनिट पर प्राप्त मॉक पोल के परिणाम का मिलान वीवीपीएटी से प्रिंट की गई पर्ची के साथ कर एक प्रमाण पत्र पीठासीन अधिकारी द्वारा तैयार किया जाता है। मॉक पोल के तुरंत बाद कंट्रोल यूनिट का क्लियर बटन दबाकर मॉक पोल का डॉटा डिलीट किया जाता है। साथ ही मॉक पोल की वीवीपीएटी पेपर स्लिप को कंपार्टमेंट से निकाल कर काले रंग के लिफाफे में भरकर सील किया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

You cannot copy content of this page