पति की दीर्घायु की कामना के लिए सुहागिनों ने रखा करवा चौथ का व्रत

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बांदनवाड़ा02 नवंबर (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल/डॉ. मनोज आहूजा )आज के आधुनिक युग में भी हमारे देश की सुहागिन महिलायें हर वर्ष करवा चौथ का व्रत पूरी निष्ठा व भावना से रखते हुए इस पर्व को मनाती है।समय के हिसाब से हमारी संस्कृति में काफी परिवर्तन हुए हैं,आधुनिक होते समाज में भी महिलायें अपने पति की दीर्घायु को लेकर सचेत रहती है।इसीलिये वो पति की लम्बी उम्र की कामना के साथ करवा चौथ का व्रत रखना नहीं भूलती है।पंडित सियाराम उपाध्याय ने बताया कि पत्नी का अपने पति से कितने भी गिले-शिकवे रहें हो मगर करवा चौथ आते-आते सब भूलकर वो एकाग्र चित्त से अपने सुहाग की लम्बी उम्र की कामना से व्रत जरूर करती है।बांदनवाड़ा निवासी पंडित महासिंह शर्मा ने बताया कि यह व्रत लगातार 12 अथवा 16 वर्ष तक हर वर्ष किया जाता है।अवधि पूरी होने के पश्चात इस व्रत का उद्यापन किया जाता है।वहीं आज इस पावन पर्व पर कस्बे के समाजसेवी ओमप्रकाश आहूजा की बहू शालिनी,काजल व सोनम आहूजा ने आज 16 वर्ष के व्रत पूर्ण होने के अवसर पर उद्यापन का धार्मिक आयोजन सम्पादित किया। इसके साथ ही कुछ सुहागिन स्त्रियां यदि आजीवन व्रत भी रखना चाहें वे वे जीवन भर भी इस व्रत को रख सकती हैं।इस व्रत के समान सौभाग्यदायक व्रत अन्य कोई दूसरा नहीं है।इसीलिये सुहागिन स्त्रियां अपने सुहाग की रक्षार्थ इस व्रत का सतत पालन करती है।भारत एक धर्म प्रधान व आस्थावान देश हैं।यहां साल के सभी दिनो का महत्व होता है तथा साल का हर दिन पवित्र माना जाता है।भारत में करवा चौथ हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है।यह भारत के राजस्थान,उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और पंजाब का पर्व है।यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है।यह व्रत सुबह सूर्योदय से पहले करीब 4 बजे के बाद शुरू होकर रात में चन्द्रमा दर्शन के बाद महिलाओं द्वारा जल ग्रहण करके व्रत खोला जाता है।कस्बे सहित क्षेत्र की ग्रामीण स्त्रियों से लेकर आधुनिक महिलाओं द्वारा विधि विधान के साथ पूजा करके करवा चौथ का व्रत बड़ी श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया गया।

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