माइंसों पर तेज धमाकों से गांव की कई इमारतें पर मंडराने लगा खतरा
बघेरा 29 अक्टूबर (केकड़ी पत्रिका न्यूएंपोर्ट)बघेरा एक ऐसा कस्बा जो अपनी ऐतिहासिकता, पौराणिकता और पुरातत्विकता के कारण अलग ही पहचान रखता है इसके साथ साथ अब ये ग्रेनाइट हब के रूप में भी अपनी पहचान बनाने लगा है। लेकिन ग्रेनाइट हब की पहचान की कीमत कहानी ऐतिहासिकता को नष्ट न कर दे यह डर आज कस्बे वासियों को सताने लगा है।
इसका सबसे बड़ा कारण कस्बे और आस पास के क्षेत्र में चल रही ग्रेनाइट माइंस,खदाने है। माइंसों पर तेज धमाकों से गांव की कई इमारतें पर खतरा मंडराने लगा है। प्रतिदिन होने वाले ब्लास्ट से ग्राम की कई बेश कीमती इमारत में दरारें आना प्रारंभ हो गई । यहां स्थित विश्व प्रसिद्ध वराह मंदिर में इन्हीं धमाकों के चलते बेस कीमती खंभों में दरारे आना, दरारों के कारण छोटे छोटे टुकड़े का टूट कर गिरना आम बात बनती जा रही है। धमाकों से लोगो से घर भी हिल जाते है उनको डर है कि यही हाल रहा तो उनके घरों को खतरा रहेगा । ग्रामीण एवं पुजारी ने संबंधित विभाग को प्रार्थना पत्र पेश कर टूटे हुए खंभों को पुनः स्थापित करवा कर ग्रेनाइट मार्बल पर कार्यवाही की मांग की है । पुजारियों में बताया कि समय रहते ग्राम के कैचमेंट एरिया में आने वाली माइंसों को पाबंद कर साइलेंट ब्लास्ट करवाने के आदेश जारी करवा दे तो पुरातन विरासतें सुरक्षित रह सकती है।