1 June 2025

विशाल निरंकारी बाल संत समागम संपन्न।

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केकड़ी 27 अगस्त (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल)अजमेर जोन 21 का विशाल बाल संत समागाम अजमेर रोड स्थित सन्त निरंकारी सत्संग भवन पर जयपुर जोनल इंचार्ज सुनील बाली के सानिध्य में संपन्न हुआ।
केकड़ी ब्रांच के मीडिया सहायक राम चंद टहलानी ने बताया कि इस समागम में जोन में आने वाली विभिन्न ब्राचों के बच्चों द्वारा लघु नाटिका,गीत, कव्वाली,नृत्य, कविताओं एवम ट्वाकांडो,जूडो कराटे के माध्यम से अपनी प्रस्तुतियां दी, जिसका उपस्थित समस्त साध संगत में करतल ध्वनि से स्वागत कर भरपूर आशीर्वादें दी।


समागम के दौरान बनाई गई प्रदर्शनी में विभिन्न ब्रांच के बच्चे शिक्षाप्रद प्रोजेक्ट बनाकर लाए थे जिन्हें प्रदर्शनी में बहुत ही आकर्षक तरीके से सजाया गया जिसे देखकर सभी ने मुक्त कंठ से सराहना की।इसका उद्घाटन संत सुनील बाली,संत धमन दास निरंकारी ने संयुक्त रूप से की।
केकड़ी ब्रांच मुखी अशोक कुमार रंगवानी के अनुसार संत सुनील बाली ने अपने प्रवचनों में फरमाया की आज बच्चों ने जो भी प्रस्तुतियां दी है यह सब सद्गुरु की कृपा है,बड़ों का आशीर्वाद है जोकि इतने छोटे-छोटे बच्चे इतनी बड़ी–बड़ी बातें कर जाते हैं इन बच्चों ने गुरमत का सहारा लेते हुए बहुत ही शानदार प्रस्तुति दी है
जहां अज्ञानता इंसानों में दूरियां पैदा करती है लेकिन अगर निरंकार का आधार लेकर इसे जोड़ना है तो जीवन में सुंदरता आती चली जाती है। मछली जल में रहती है जल ही उसका जीवन है अगर वह बाहर आकर खाना खाए तो नहीं खा सकती, रहना चाहे तो नहीं रह सकती,इसी प्रकार आज इंसान भी अगर ज्ञानवान है तो इस परमात्मा उस के इर्द-गिर्द ही है और यह जानकारी संतो के संग से ही हो पाती है।जिस परिवार ने भक्ति का मार्ग अपनाया है सद्गुरु की शिक्षा को जीवन में अपनाया है वह परिवार सुखमय जीवन जीता है इस बाल समागम से काफी प्रेरणाप्रद शिक्षाएं मिल रही है जिसे आज अपने जीवन में अपनाने की अत्यंत आवश्यकता है।
छोटे छोटे बच्चे हमें जीवन जीने की कला सिखा रहे थे जिस प्रकार हम बच्चों की गलतियां नजर अंदाज करते हैं उसी प्रकार हम सद्गुरु के बच्चे हैं सद्गुरु भी हमारी गलतियों को नजरअंदाज कर हमें आशीर्वाद देते चले जाते हैं।
सतगुरू की कृपा का हमें हर पल का शुकराना करते जाना है अगर हमारे जीवन में एक दूसरे के प्रति शुकराने का भाव बनता है यही हमारे लिए शुभ भावना पैदा करती है।
मानव जीवन में ज्ञान लेने के बाद सत्संग,सेवा,सिमरन हमारा आधार होना चाहिए और परमात्मा के साथ लक्ष्य को कभी नहीं भूलना चाहिए।हर पल हमारा परमात्मा के लिए शुकराना ही बनता है।


अजमेर जोनल इंचार्ज धमन दास निरंकारी ने बताया कि इस समागम में केकड़ी के साथ-साथ अजमेर, किशनगढ़,सरवाड,नसीराबाद,ब्यावर,भीम,पाली,मारवाड़,गुलगांव,टांकावास आधी-आधी करीब 16 ब्रांचों के बच्चों ने भाग लिया और मैं इन बच्चों के लिए सतगुरु माताजी से आशीर्वाद मांगता हूं कि जो आपने सिखलाई दी है यह बच्चे उस सिखलाई पर चलकर अपने बड़ों का नाम,सद्गुरु का नाम रोशन करते चले जाएं।

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