भिनाय सरपंच डॉ.अर्चना सुराणा सहित 21 ने पेश की मसूदा विधानसभा से दावेदारी
अजमेर26 अगस्त (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल /डॉ.मनोज आहूजा )ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी और प्रदेश कांग्रेस समिति की और से नियुक्त प्रभारी लालचंद कटारिया मंत्री महोदय राजस्थान सरकार,ममता भूपेश मंत्री महोदया राजस्थान सरकार और अजमेर संभाग प्रभारी राम विलास चौधरी पूर्व जिला प्रमुख के अजमेर पधारने पर शुक्रवार को जिले की 8 ही विधानसभा से चुनाव लड़ने के इच्छुक अभ्यर्थियों ने अपना बायोडेटा पेश करते हुए दावेदारी पेश की।वहीं मसूदा विधानसभा क्षेत्र से भिनाय सरपंच व पीसीसी सचिव डॉ.अर्चना सुराणा सहित मौजूदा विधायक राकेश पारीक,पूर्व विधायक ब्रह्मदेव कुमावत सहित 21 प्रत्याशीयों ने दावेदारी पेश की।इनमें मौजूदा विधायक राकेश पारीक,संग्राम सिंह गुर्जर,भूपेन्द्र सिंह राठौड़,विमल रांका,ब्रह्मदेव कुमावत, डॉ.अर्चना सुराणा,मानसिंह रावत, जलालुद्दीन,वाजिद खान चीता, महमूद खान,रामचन्द्र चौधरी,भंवर बहादुर चीता,सरदारा काठात,मुबारक अली,मसूदा प्रधान मीनू कंवर राठौड़ के नाम शामिल हैं।इस मौक़े पर कुछ प्रत्याशी अकेले ही नजर आए तो कुछ के साथ समर्थक भी नजर आए।इन 21 प्रत्याशीयों में से 19 पुरुष हैं तथा दो महिलाएं हैं जिनमें एक मसूदा प्रधान मीनू कँवर राठौड़ है तथा दूसरी महिला भिनाय सरपंच व पीसीसी सचिव डॉ.अर्चना सुराणा है।इस मौक़े पर राजस्थान सरकार की मंत्री व चुनाव प्रभारी ममता भूपेश ने इन चुनावों में महिलाओं को ज्यादा वरीयता देने की बात भी कही है जिसके चलते विधानसभा चुनावों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ने की पूरी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।वहीं इस मौक़े पर भिनाय सरपंच डॉ.अर्चना सुराणा ने अपने समर्थकों की मौजूदगी में दावेदारी प्रस्तुत करते हुए अपने आपको राज्य की सर्वाधिक शिक्षित सरपंच होने का दावा करते हुए अपने बायोडेटा के साथ डॉक्टरेट की डिग्री सलंग्न की है तथा इसके साथ ही पिछले विधानसभा चुनावों व लोकसभा चुनावों में पार्टी प्रत्याशी को जिताने के लिए की गई मीटिंग व जन सम्पर्क अभियान की फोटो व न्यूज कटिंग्स भी संलग्न की है,इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके पिताजी स्वर्गीय कन्हैयालाल जी व बड़े भाई स्वर्गीय टीकमचंद सुराणा के जमाने से ही उनका पूरा परिवार कांग्रेस विचारधारा से जुडा हुआ रहा है तथा उनके भाई भिनाय ब्लॉक के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।पिछले 50 सालों से कांग्रेस कार्यालय उनके पिताजी के निजी आवास कोतवाली में ही संचालित होता चला आ रहा है। इसलिए क्षेत्र की जनता उनके पूरे परिवार को कट्टर कांग्रेसी विचारधारा का ही मानती है।उन्होंने बताया की प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश से वो भी अलवर जिले की बहरोड़ और मुंडावर विधानसभा की प्रभारी होने के नाते समय समय पर प्रदेश व राष्ट्रीय पदाधिकारियों के निर्देश से वहाँ जाकर पार्टी की रीति और नीतियों का प्रचार प्रसार कर आम जनता के मध्य सरकार की उपलब्धियों को पहुँचाने का काम कर रही हैं।इससे पूर्व भी उन्होंने पार्टी व सामाजिक संस्थाओं से जुड़े रहकर विभिन्न पदों पर पार्टी के हित में काम किया है जिसकी वजह से ही उन्होंने भिनाय हेडक्वार्टर पर महिला के लिए आरक्षित सरपंच पद का चुनाव लड़कर दस दिग्गज नेताओं को हराकर 1089 रिकॉर्ड वोटों से जीतकर भिनाय की सरपंच बनी हैं।सरपंच रहते हुए उनके द्वारा करवाए गए विकास कार्यों का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया है। इसके साथ ही सुराणा का कहना रहा कि क्षेत्रवासी पिछले लम्बे समय से स्थानीय प्रत्याशी की मांग कर रहें हैं उस दृष्टिकोण से वो मसूदा विधानसभा के भिनाय ग्राम की स्थानीय नागरिक हैं जिसे क्षेत्र की समस्याओं की बारीकी से जानकारी है।सरपंच डॉ.सुराणा द्वारा पेश की गई दावेदारी में वर्णित तथ्यों उनकी राजनैतिक पृष्ठभूमि के चलते उनकी दावेदारी को मजबूती से देखा जा रहा है।कांग्रेस पार्टी यदि इन्हें टिकिट देती है तो महिलाओं का कोटा पूरा होने से उन्हें महिलाओं के वोटों का लाभ मिलेगा इसके साथ ही स्थानीय शिक्षित और वैश्य वर्ग से होने की वजह से वैश्य वर्ग के वोटों का भी इजाफा मिलेगा।बरहाल सभी प्रत्याशी अपने अपने हिसाब से दावेदारी करते हुए अपना पक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं।