बघेरा में आये दिन पेयजल आपूर्ति को किया जा रहा बाधित,ग्रामीणों मे है रोष
बघेरा, 14 जुलाई (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल) बिन पानी सब सून फिर भी जिम्मेदार लोग हैं क्यों मोन । ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिल रहा है बघेरा कस्बे में जल आपूर्ति को लेकर ,जिससे लोग परेशान है। कस्बे में जलदाय विभाग द्वारा आये दिन जल आपूर्ति बाधित कर दी जाती है ।
बाधित जल आपूर्ति : आपूर्ति कंम प्रेसर से होने से पहले से ही ग्रामीण परेशान है और ऊपर से यह है आपूर्ति बार-बार बाधित होना जिसके चलते ग्राम वासियो को पानी की भारी समस्या का सामना करना पड रहा है। जब इसके बारे में जानकारी ली गई तो यह बात सामने आई की जलदाय विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति के लिए एक निजी फर्म को इसका ठेका स्वीकृत किया गया है तथा यह फर्म अपने स्तर पर कर्मचारी नियुक्त कर ग्रामीण क्षेत्रो में जल आपूर्ति करवाती हैं तथा उनकी मजदूरी का भुगतान फर्म द्वारा ही किया जाता है लेकिन जब कर्मचारियों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हे ठेकेदार द्वारा समय पर वेतन का भुगतान नही किया जा रहा है । जब उन्हें समय पर मजदूरी नही दी जा रही तो वह कार्य कैसे करेंगे । लेकिन क्या वेतन नहीं देने से बिना सूचना के पेयजल आपूर्ति बंद की जा सकती है और क्या ग्रामीणों को पेयजल से वंचित किया जा सकता है।
जिम्मेदार कौन : ठेकेदार व कर्मचारियों के बीच भुगतान समय पर नही किये जाने की वजह से बघेरा स्थित बीसलपुर परियोजना के फिल्टर प्लान्ट से बघेरा सहित आसपास के 42 गांवो के ग्रामिणो को जलाभाव का दंश इस गर्मी में भुगतना पड़ रहा है। इस बाबत दूरभाष पर ठेकेदार से बातचीत करने पर बताया कि कर्मचारियों का अधिकतम भुगतान कर दिया गया है तथा कुछ बकाया है वह भी हो जायेगा लेकिन फिर भी यह लोग आये दिन आपूर्ति बाधित कर रहे है । इन दोनों में सही कौन है यह पता नही लेकिन इनकीq आपसी टकराव मे ग्रामीणो को भारी जल समस्या का सामना करना पड़ रहा है ।
धैर्य का बड़ सकता है प्रेशर: वैसे भी कंम प्रेसर के चलते लोगों में पहले से असंतोष है और फिर यह आए दिन आपूर्ति बाधित होना लोगों में रोष का कारण बनता है। ग्रामीणो ने इस समस्या के बारे में जलदाय विभाग के उच्च अधिकारियो को भी अवगत करवाया लेकिन उन्होंने भी समस्या निराकरण करने मे पहल नही की जिससे ग्रामीणो को भारी समस्या का सामना करना पड रहा है। ग्रामीणो ने रोष व्यक्त करते हुए बताया कि शीघ्र ही इसका निस्तारण नही किया गया तो मजबूरन सड़को पर उतर कर प्रदर्शन करना पडेगा ।