भारत ऐसा सागर है जिसमे अनेक धर्म, संप्रदाय और जातियों का संगम होता हैं

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बांदनवाड़ा 14 जून (केकड़ी पत्रिका न्यूज़ पोर्टल/डॉ.मनोज आहूजा )अगर आप मुस्लिम हैं और अचानक आपको लगने लगा है कि जिस देश में आप हजारों सालों से रह रहे हैं वहां आप असुरक्षित हो गए हैं,

अगर आप दलित हैं और अपको अपनी जिंदगी के हर पल में बेइज्जती महसूस होने लगी है,अगर आप हिंदू हैं और अचानक आपको लगने लगा है कि हर जगह गायों को काटा जा रहा है,अगर आप जैन हैं और आपको लगने लगा है कि आपकी धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ होने लगा है,अगर आप पंजाबी हैं और सोचते हैं कि सारा यूथ ड्रग्स ले रहा है तो..केवल एक काम कीजिए….

सोशल मीडिया से दूर हो जाएं, अनावश्यक न्यूज देखना बंद कर दें और अपने चारों तरफ अपने उन दोस्तों को देखें जो अलग-अलग जाति,संप्रदाय और वर्गों से आते हैं और आपको महसूस होगा कि आप दुनिया के सबसे अच्छे देशों में से एक भारत देश में रहते हैं……

दोस्तों ये फोटो देखें आप,ये गांव बान्दनवाड़ा जिला अजमेर के मुस्लिम समाज के नौजवान अरबाज की शादी की है।इस शादी में हजारों की तादाद में हर जाति वर्ग के लोगों ने उपस्थित होकर इसके पिताजी फारूक सहित पूरे परिवार को बधाई दी है।शादी का सारा अरेजमेंट इसके हिन्दू मित्रों ने किया और उसे कंधों पर उठाकर कैसे बधाई व शुभकामनायें दे रहे हैं।ये युवा सिर्फ कांग्रेस पार्टी के नहीं बीजेपी के भी हैं और आरएसएस के भी हैं।लेकिन किसी के मन में कोई दुर्भावना नहीं है। एक दूसरे के कार्यक्रम में जाकर खुशियाँ बाँट रहे हैं,इसमें ब्राह्मण भी है और जाट भी है।

दूसरा उदाहरण केकड़ी की है जहां हाल ही में हनुमान जयंती के अवसर पर निकाले गए जुलुस का स्वागत मुस्लिम समाज के लोगों ने किया है।बात अगर पार्टी की करें तो सभी राजनितिक दलों के पदाधिकारी थे। कहने का मतलब ये है कि हमारे आसपास यदि हम देखें तो वास्तविकता में यही माहौल है लेकिन सियासत करने वाले लोग हमें लड़ाकर खुद का उल्लू सीधा करना चाहते हैं,इसलिये कृपया इस प्रकार की पोस्टों को अवॉयड करें अगर कभी पढ़ भी ले तो शेयर बिलकुल नहीं करें। क्योंकि उन पोस्टों की भाषा क़ानून के विपरीत है गलत है जिसको फैलाने से साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ने के अलावा कुछ नहीं मिलने वाला।जिसकी वजह से हम बिना कारण ही अपने आसपास का माहौल खराब कर देंगे।

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