जिनके पांव फटे पिवाइयां ते ही जाने पीर पराई, भजन पर भक्त झूमे।
सांपला/(केकड़ी 27 मई केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल,सुरेश वैष्णव) सांपला ग्राम में श्री केशव गोपाल गोशाला में श्रीमदभागवत कथा महोत्सव के छठे दिन भागवत रसिक सन्त श्रद्धेय श्री अवधेश दास जी महाराज ने महाराज लीला, बलराम – कृष्ण बाल लीला, बृहस्पति के शिष्य उद्धव द्वारा गोपियों को ब्रह्म ज्ञान दिया। भगवान श्री कृष्ण ने कंस के धोबी, मुष्टिक, चाणूर का उद्धार, कंस वध, जरासंध को सत्रह बार हराया और अठारवीं बार में मैदान छोड़ दिया जिससे भगवान का रणछोड़ राय नाम पड़ा। भगवान श्री कृष्ण कालयवन का उद्धार किया। इसके बलराम जी का रेवती जी विवाह, श्री कृष्ण का रुकमणी विवाह का भव्य वर्णन किया। कार्यक्रम में बलराम – श्री कृष्ण विवाह, कंस, रुकमणी – श्री कृष्ण विवाह की आकर्षक झांकियां सजाई गई।
उद्धो मन नहीं दस और बीस, जिनके पांव फटे पिवाइयां ते ही जाने पीर पराई सहित कई भजनों की प्रस्तुतियों पर भक्त खूब नाचे और झूमे।कल पूर्णावती, रामधुनीयों का भव्य आयोजन कल भागवत कथा का अन्तिम दिन है इस दौरान अनेक गांवों कीरामधुनियां आमंत्रित किया जाएगा।