यह हैं मेरा गांव बघेरा (वराह नगरी )
ये हैं मेरा गांव बघेरा जहा लगता मेरी खुशियों का डेरा।
बचपन बीता आई जवानी जाने कितनी खुशियों ने घेरा।।
वराह सरोवर , नदी डाविका ,
उनके बिना गांव ह फीका ।
बीच चौराहा कल्याण मंदिर ,
पूरे गांव को परकोटे ने घेरा।।
हर दिशा में भोले बाबा
पहाड़ी पर भक्त शिरोमणी का डेरा
श्री वराह जी,करते हम इनकी निस दिन सेवा ।
आए विष्णु वराह अवतार में ,
जब धरा को संकट ने घेरा ।।
मंदिर बाहर बरगद मोटा
जहा लगे पंछी का डेरा।
कृपा बरसती मां ब्रह्माणी की
भक्तो के घर ह खुशियों का डेरा।।
✍🏻ललित नामा