प्रकृति की लीला:बघेरा में नीम के पेड़ पर पनप रहा हैं पीपल का पेड़
केकड़ी 24 मई (केकड़ी पत्रिका न्यूज पोर्टल) कहीं धूप तो कहीं छाया प्रकृति की भी अजीब अजीब है माया……. कभी-कभी प्रकृति अनूठे खेल खेलती है ऐसे ऐसे नजारे देखने को मिलते हैं जिन पर विश्वास करना बड़ी टेढ़ी खीर होती है लेकिन ऐसे ही चमत्कारों की पीछे कोई न कोई लॉजिक जरूर छुपा होता है जिसको देखने का सबका अलग अलग नजरिया है कोई उसको आस्था से जोड़कर देखता है तो कोई विज्ञान से।
- नीम पर पनप रहा है पीपल
ऐसा ही एक नजारा इन दिनों बघेरा कस्बे में देखने को मिल रहा है। कस्बे में पोस्ट ऑफिस के पास गणेश चौक पर लगे नीम के पेड़ पर देखने को मिल रहा है। नीम के पुराने व विशाल पेड़ की शाखाओं में पीपल का पेड़ पनप रहा हैं। ये पीपल का पेड़ काफी बडा होकर पेड़ का आकार ले रहा हैं। ऐसे में नीम के पेड़ में लगे दूसरे किस्म के पेड़ ना की पौधा यहां से गुजरने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं।
गणेश चौक के चबूतरे पर नीम का वर्षो पुराना विशाल पेड़ है। इस पेड़ की एक विशाल शाखा पर पीपल का पेड़ विशाल आकार ले रहा है एक ही शाखा पर दो दो पौधे पनप रहे हैं । जो हर किसी का ध्यान आकर्षित कर ही लेता है विशेषकर तब जब यह पीपल का पेड़ धर्म और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्व रखता है।
- क्या है पेड़ पर पेड़ उगने का आधार
जानकार बताते हैं कि कौआ और कोई पक्षी पीपल के पेड़ का फल खाने के बाद जहां बीट करता है, वहां बीट के साथ निकलने वाला पीपल के फल से बीज भी गिर जाता है, जिससे पौधा उग आता है। हो सकता है किसी कौआ की बीट से ये पौधा उगा हो। उसी प्रकार जहां तक आम के पौधे का सवाल है तो हो सकता है भारतीय समाज में पीपल का पेड़ धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है इस दृष्टि से कुछ धार्मिक प्रवृत्ति के लोग इसे ईश्वर की रचना या उपहार के साथ जोड़कर देखते हैं और इसकी पूजा करने में विश्वास करते हैं।
- प्रकृति प्रेमी कर रहे देखभाल
नीम के पेड़ पर पनप रहे पीपल के पेड़ का यह नजारा सामने आने के बाद प्रकृति प्रेमीयों ने अब नीम पर उग रहे पीपल के पेड़ के साथ साथ नीम के पेड़ की देखभाल शुरू कर दी है, ताकि दोनों पौधे भी पेड़ बनकर अद्भुत नजारा पेश करें।